Operation Abhyaas Mock Drill: दिल्ली के 55 स्थानों पर सायरनों के साथ होगा मॉक ड्रिल, जानिए पूरी जानकारी

Operation Abhyaas Mock Drill: दिल्ली के 55 स्थानों पर सायरनों के साथ होगा मॉक ड्रिल, जानिए पूरी जानकारी
Operation Abhyaas Mock Drill: ऑपरेशन अभ्यास दिल्ली के 55 स्थानों पर सायरनों के साथ होगा मॉक ड्रिल, जानिए पूरी जानकारी

दिनांक: बुधवार, समय: दोपहर 4 बजे
स्थान: दिल्ली के सभी 11 जिलों में 55 प्रमुख स्थान
कुल 60 एयर रेड सायरन बजेंगे, जिससे युद्ध जैसी स्थिति का अभ्यास शुरू होगा

क्या है ऑपरेशन “अभ्यास”?

“ऑपरेशन अभ्यास” गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल है, जिसका उद्देश्य है:

  • युद्ध जैसी स्थिति में नागरिकों की तैयारी का परीक्षण

  • सरकारी एजेंसियों के बीच समन्वय को परखना

  • दिल्ली को आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा में अधिक सक्षम बनाना

कहां-कहां होगा मॉक ड्रिल?

दिल्ली के 11 जिलों में से हर जिले में 5 स्थानों को चुना गया है, जिनमें शामिल हैं:

  • रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स

  • अस्पताल

  • स्कूल

  • बाजार

कुल 55 स्थानों पर यह ड्रिल आयोजित की जाएगी।

ड्रिल की शुरुआत कैसे होगी?
  • शाम 4 बजे बजेंगे 60 एयर रेड सायरन

  • ब्लैकआउट प्रक्रिया शुरू होगी

  • एयर फोर्स के साथ संवाद, नियंत्रण कक्षों का सक्रिय होना

  • नागरिकों की सुरक्षित निकासी और अस्थायी अस्पतालों की स्थापना

 

कौन-कौन लेगा हिस्सा?
  • प्रत्येक जिले में 100 से अधिक सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स

  • पुलिस, फायर सर्विस, मेडिकल टीमें

  • एनडीआरएफ और अन्य आपदा प्रबंधन टीमें

स्कूलों में भी होगा विशेष प्रशिक्षण
  • कुल 660 स्कूलों में प्रशिक्षण (550 प्राइवेट और 110 सरकारी)

  • 500 से अधिक स्कूलों में छात्रों को शेल्टर प्रोटोकॉल सिखाया जाएगा

  • NCC, NSS और नेहरू युवा केंद्र के छात्र भी भाग लेंगे

C4i कंट्रोल रूम से होगी निगरानी
  • जय सिंह रोड स्थित दिल्ली पुलिस का C4i सेंटर सक्रिय रहेगा

  • 1500 से अधिक CCTV कैमरों से पूरे शहर की निगरानी

  • हर जिले से प्रति घंटे स्थिति रिपोर्ट तैयार कर राज्य वॉर रूम में भेजी जाएगी

क्या होगा असर आम जनता पर?
  • स्कूल, बैंक, बाजार और पब्लिक ट्रांसपोर्ट सामान्य रूप से चलते रहेंगे

  • सिर्फ ड्रिल वाले स्थानों पर असर

  • यह केवल अभ्यास है, कोई असली आपात स्थिति नहीं है

भविष्य की तैयारियां
  • दिल्ली में 500 स्थायी सायरन लगाने की योजना

  • हर सरकारी विभाग को विशेष कार्य सौंपे गए हैं

  • ड्रिल के लिए PPE किट और SOP वितरित किए गए हैं

क्यों है यह ड्रिल ज़रूरी?

“दिल्ली जैसे संवेदनशील शहर में नागरिक सुरक्षा एक साझा जिम्मेदारी है।”

इस अभ्यास से:

  • नागरिकों को संकट की घड़ी में प्रतिक्रिया देने की समझ मिलेगी

  • सरकार की तैयारियों की हकीकत सामने आएगी

  • देश की नागरिक सुरक्षा नीति को मजबूती मिलेगी

निष्कर्ष

“ऑपरेशन अभ्यास” केवल एक मॉक ड्रिल नहीं, बल्कि यह नागरिक सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इसका सफल आयोजन न केवल दिल्ली, बल्कि पूरे देश को आपात स्थितियों से निपटने के लिए तैयार करेगा।